बुंदेलखंड की गाथा- कविता की पिरामिड विधा

ये जो है दिखता फैला यहाँ बुंदेल खंड गढ़ता दरश कहानियां अखंड सुनने को मिलती है गौरव  गाथा  चौ तरफा आज़ादी  की  पहली लड़ाई हिला डाला उन गोरों को फैली चौतरफा ऐसे चपल दौड़े जैसे पूरा देश एक बुंदेलखंड अगुवाई करता जग की। ये झाँसी की रानी लोहा लेती सुनी कहानी है लहू खौलता सुन […]

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#62 मैं चुप हूँ (Word Pyramid)

word pyramid poem in hindi मैं आज यहाँ से कहता हूँ अकसर ही चुप रहता हूं पर देख जमाना अब हक़ न जताना छोड़ मुझे मेरे हाल में अकेले है समय बिताना बीते पल संग जहाँ के याद वही करता हूँ कहीं लगे न दोष फ़ैलाने से रोष मैं आज यहाँ डरता हूँ चुप हूँ […]

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करो उद्धार (Word pyramid)

करो उद्धार ओ मेरे किशन कन्हाई रे जग में सब पाले अहंकार भूले प्रेम दुलार करो हे प्रभु उद्धार। हे राम जहाँ में हर ओर रावण आज मचाये उत्पात हो रावण संहार करो हे प्रभु उद्धार। हे भोले भंडारी नीलकंठ दुष्ट संहारी संकट है भरी अधर्म को संहार करो हे प्रभु उद्धार। हे शक्ति स्वरूपा […]

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