Category: hindi poems
a Hindi poems written in hindi means hindi kavita.
#42-हैलो!
- Sep 10, 2019
हैलो हैलो कह कर के,दुनिया में सबसे पिछे थे,अब बोलो बोलो कह कर के, दुनिया को पीछे छोड रहे ।बन बुधिया कभी मिल्खा, कभी सचिन रिकार्ड तोड रहे,कभी बन कर के देश भक्त, देश द्रोही को हम फोड रहे । जय माहिस्मति जय माहिस्मती हर ओर अब हम बोल रहै,महिन्दर और अमरिन्दर भल्लाल से आगे […]
Read More#41-सुहाना सावन
- Jun 21, 2019
भौरों की होती गुंजार यहां, चिडियो की चहक निराली है,सूरज की चमक भी मद्दम है, छाई घनघोर छटा निराली है,पुष्पों की महक चिडियों की चहक, भौरों का गुंजार सूरज का चमकता हार,मनमोहक दिल लुभावनी छटा, आनन्दमई शीतल प्रकृति निराली है । भौरों की होती…… हर पल प्रकृति में खोया अकेला, प्रकृति की छटा विलोकता,चिडिया माण्डुलिया खेलती हैं, झींगुर […]
Read More#40- भागे तो थे
- May 09, 2019
हम तो तन्हा दूर ही थे तुमसे,बस दिल में पास आने के अरमान जागे तो थे,रह गये इतने पीछे हम वक्त,बेवक्त कदम मिलाने को भागे तो थे । बिछड जाने के डर ने जकड रखा था,डर से निकलने को यूं क्या करता अकेला,जीत दिल के डर को भांप कर,समन्दर के उन किनारों को झांके तो […]
Read More#39-कवि
- Apr 09, 2019
शब्दों को पिरोना और गूंथ देना एक माले की तरह । आसां नहीं है इस जग में,यूं शब्दों से छेंड-छांड करना,अनर्गल सी लगती हैं बातें तुरन्त,महंगा पड जाता है यूँ खिलवाड करना,शब्दों से खेलता है कवि ऐसे,फूल गूथते एक माली की तरह,बडा ही आसां लगता है उसे,शब्दों को पिरोना और गूथ देना एक माले की […]
Read More#38-तो गुस्सा आता है
- Feb 15, 2019
बडी बडी बातें करनें वालों की बात आगर करता हूँ,तो गुस्सा आता है। देश का किसान हर पल झूल रहा है,जवान शरहद पर जूझ रहा है,इत भीतर बैठ गर कोई अफशोष जताता है,तो गुस्सा आता है। देश का बेटा देश की बेटी देश की शान सब दांव लगा,देश का सीना चीर जूझे किसान सब दांव […]
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