#4-क्या-हम-आजाद-हैं

Are we Independent: kya ham aazad hai देश हुआ आजाद aazad हुए अब, हो गए हैं दिन इतने, जो सच पूछो तो दिल से बोलो, आजाद रहे तुम दिन कितने, पहले था अंग्रेज का शासन, कर लगता था जीवन पर भी, अब देखो रजनीति का दलदल, जिसने भी तो हद कर दी, वो जो थे […]

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#3-बखानी-एक परिचय

Bakhani Introduction Bakhani बखानी संग्रह उन बातों का, जिन बातों को सब जानते हैं, अच्छा बुरा पहचानते हैं, फिर भी बातें नहीं मानते हैं। सुननेे में अच्छी लगती हैं, अनुसरण करनें को लगती हैं, पर देख जमाना करते हैं, दिल की करनें में डरते हैं। डरते हैं “वो क्या कहेंगे”, अपने दिल की कब करेंगे […]

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#2-मन अशांत पक्षी का कलरव।

Mind मन अशांत पक्षी का कलरव। पतझड़ फैला फूला शेमल, हलचल फैली फुदक गिलहरी, कोयल कूके गीत सुहाना, देख अचंभित प्रकृति का रव , मन अशांत पक्षी का कलरव। फूल सुशोभित भांति वृक्ष में, मृदु सुगंध फैली चौतरफा, खुले तले इस नील गगन के, भ्रमर भटक पर पाए न रव, मन अशांत पक्षी का कलरव। […]

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#1–मा

#1–मा

  • Feb 17, 2017

Maa मा बोले बेटे से :- उठ बेटा दुनिया देख, दुनिया देख रही तुझको,मत जा ज्यादा दूर मा से, ममता कह रही तुझको । बात-बात मे गुस्सा करके, बेटा युं तेवर दिखलाये,ममता से यू ओत-प्रोत मां, ममता के जेवर पहनाये । चंद पंक्ती की तालीम पा कर, बेटे माओ को ठुकाराये,मा तो वह ही जो […]

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